बैतूल-गढ़ा टोल प्लाजा पर स्थानीय किसानों से अवैध टोल वसूली का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। टोल प्लाजा पर किसानों और छोटे व्यापारियों से टोल वसूलने को लेकर युवाओं और किसानों में भारी आक्रोश है। कांग्रेस युवा विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज घोटे ने बताया कि बीते दिनों बैतूल गंज के खंडेलवाल के यहां से यूरिया खाद, डीएपी ले जा रहे किसानों से टोल मांगने पर विवाद हुआ था। किसानों ने टोल न देने की गुहार की, लेकिन प्लाजा कर्मचारियों ने उनकी बात नहीं मानी और 90 रुपए का टोल काट लिया। जब किसानों और व्यापारियों ने इसका विरोध किया, तो टीआई चिचोली ने पुलिस बल का इस्तेमाल किया और लाठीचार्ज कर दिया। इसके बाद किसानों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई। किसानों का कहना है कि टोल प्रशासन की मनमानी और पुलिस की ज्यादती के कारण उनका धैर्य अब जवाब दे रहा है। किसानों ने टीआई चिचोली को हटाने और लाइन अटैच करने की मांग की थी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
प्रभावशाली लोगों की गाड़ियों को मुफ्त, किसानों से वसूली जारी किसानों का आरोप है कि गढ़ा टोल प्लाजा से करीब 13 से 15 किलोमीटर दूर के प्रभावशाली लोगों की गाड़ियां बिना टोल के निकल रही हैं, जबकि आसपास के किसानों और छोटे व्यापारियों से जबरन टोल वसूला जा रहा है। किसानों ने कहा कि वे खेती के लिए खाद, बीज लेकर जाते हैं, इसके बावजूद उनसे टोल लिया जा रहा है, जो अनुचित है। किसानों ने मांग की है कि विधानसभा क्षेत्र की पांच पंचायतों - ग्राम पंचायत बोरगांव, जीन, धनोरा, कुम्हली और टाहली की गाड़ियों को टोल से छूट दी जाए। इन पंचायतों के लोग रोज़मर्रा के कार्यों के लिए टोल प्लाजा से गुजरते हैं और टोल की वजह से उन्हें आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है।किसानों ने ऐलान किया है कि कांग्रेस के नेतृत्व में 18 सितंबर 2024 को दोपहर 2 बजे बैतूल कलेक्टर महोदय को ज्ञापन सौंपा जाएगा। यदि इसके बाद भी उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो गढ़ा टोल प्लाजा पर जोरदार आंदोलन होगा और प्रदेश स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।