बैतूल- अमृत भारत स्टेशन के श्रेणी में आने वाले बैतूल रेलवे स्टेशन ने फिर एक उपलब्धि हासिल की है। स्टेशनों के वर्गी करण में जहां पहले स्टेशन एनएसजी 4 की श्रेणी में रखा गया था तो वहीं इस बार स्टेशन एनएसजी 3 की श्रेणी में आ चुका है। उल्लेखनीय है कि रेलवे स्टेशनों का वर्गीकरण हर पाँच साल में किया जाता है। वर्ष 2024-25 के लिए स्टेशनों के वर्गीकरण में यह संशोधन किया गया है । इसके पहले यह वर्ष 2017-18 में किया गया था । विभिन्न निर्धारित मानदंडों के आधार पर । अर्थात वर्ष 2023-24 के लिए यात्री आय (पीआरएस + यूटीएस) और रेलवे स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों की संख्या के आधार पर ।

रेलवे ने  स्टेशनों के वर्गीकरण की यह लिस्ट जारी की है।जिसके बाद अब स्टेशन को 

और अधिक सुविधाओं के पाने की पात्रता मिल गई है

रेलवे द्वारा दी गयी अधिकांश सुविधाएं यहांवैसे तो मौजूद हैं। लेकिन एनएसजी 3 की कैटेगिरी में जो सुविधाये स्टेशन पर यात्रियों को दी जाती हैं उसके मुताबिक प्लेटफार्म पर करीब 20 ड्रिंकिंग वाटर सिस्टम,125 स्क्वेयर मीटर का वेटिंग हाल।प्लेट फार्म पर लगभग 125  यात्रियों के बैठने की सुविधा, 400 स्क्वेयर मीटर के प्लेटफार्म,10-10 शौचालय,और हाई लेबल के प्लेटफार्म शामिल हैं। इसके अलावा पर्याप्त रोशनी के साथ साथ फुट ओवरब्रिज, वाटर कूलर, टाइम टेबल डिस्प्ले सहित, कोच डिस्प्ले की सुविधा यात्रियों को दी जाती है जो स्टेशन पर पहले से ही मौजूद है। इसमें कोई दो मत नहीं है कि इन उपलब्धियों को हासिल करने के लिए स्थानीय स्तर पर पदस्थ अफसरों कि विशेस भूमिका होती है जो अपने फर्ज को पूर्ण ईमानदारी से अंजाम देते है। तो यह कहना गलत नहीं होगा कि बैतूल रेलवे स्टेशन कोमिली इस उपलब्धि के लिए हाल ही में सेवा निवर्त्त हुए स्टेशन प्रबंधक वी के पालिवाल और, परिवहन निरीक्षक अशोक कटारे सहित तमाम अफसरों और कर्मचारियों का विशेष योगदान माना जा रहा है।