बैतूल विधायक के आदेश निर्देश बेअसर शहर में केवल गुमठी माफिया का दबदबा

बैतूल:-चौपाटी पर बुधवार रात शिक्षकों के साथ हुई मारपीट की घटना ने एक बार फिर गुमठी माफिया की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए है। दुकान के सामने बाइक खड़ी करने को लेकर हुए विवाद में गुमठीधारकों ने शिक्षकों के साथ में रहने से बेरहमी से मारपीट की अब वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ लेकिन पुलिस अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी बताया गया की चौपाटी में गुमठीधारक का कब्जा है ।नगर पालिका रिकॉर्ड में चौपाटी में कुल 112 दुकान है। लेकिन एक दुकानदार के पास एक से अधिक कई दुकानें हैं। इनमें से कुछ दुकान किराए पर भी दी गई है। नियमानुसार एक दुकानदार को चौपाटी पर एक ही दुकान आवंटित की जाने का नियम है । लेकिन नगरपालिका द्वारा इस मामले पर कार्रवाई नहीं किया जाना समझ से परे है।
डेढ़ साल पहले नगर पालिका ने किया था सर्वे
डेढ़ साल पहले नगर पालिका ने चौपाटी में गुमठी का सर्वे किया था। सर्वे के दौरान 112 गुमठी संचालित होना पाया गया था। सर्वे के दौरान सामने आया कि एक व्यक्ति के पास पास से अधिक गुमटिया है। लेकिन पूछताछ करने पर परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर गुमठी होना बताया गया ऐसे करीब 20 से 25 दुकानदार सर्वे में चिह्नित किए थे। जिनके पास एक से अधिक गुमठी है। संचालित की जा रही थी नगर पालिका ने इन हटाने का कोई प्रयास नहीं किया जिसके कारण गुमटियों की संख्या लगातार क्षेत्र में बढ़ रही है। कुछ लोगों ने तो गुमठी रखकर उन्हें किराए पर दे रखी है ।बताया गया कि पुलिस ग्राउंड की बाउंड्री वॉल से लगी जितनी भी गुमटियां इन दुकानदारों को संचालन बैतूल जिले के बाहर से आए दुकानदार द्वारा किया जा रहा है ।
बैतूल विधायक ने भी नगर पालिका को दिए सर्वे के निर्देश
बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल द्वारा भी नगर पालिका को अवैध गुमठीधारकों को चिन्हित करने के निर्देश दिए थे लेकिन नगर पालिका के अधिकारियों द्वारा विधायक की बातों को भी अनदेखा कर दिया । नगर पालिका और जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण मुख्यालय पर अवैध गुमठीधारी का कब्जा दिख रहा है।